Guru Purnima 2025 की तिथि है 10 जुलाई। जानिए इसका महत्व, पूजा विधि, इतिहास और कैसे मनाएं. यह पर्व आध्यात्मिक तरीके से।गुरु पूर्णिमा 2025 का पर्व 10 जुलाई को मनाया जाएगा। जानिए इस दिन का आध्यात्मिक महत्व, पूजन विधि और अपने जीवन में गुरु की भूमिका।
गुरु पूर्णिमा क्या है?
Guru Purnima 2025 भारत का एक पावन पर्व है, जिसे गुरु के सम्मान और आदर के लिए मनाया जाता है। यह पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और यह दिन शिक्षकों, मार्गदर्शकों, आध्यात्मिक गुरुओं को समर्पित होता है।
वर्ष 2025 में गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन लाखों लोग अपने गुरु के प्रति आभार प्रकट करते हैं और ध्यान, भजन, कथा व सत्संग के माध्यम से आत्मिक बल प्राप्त करते हैं।
Guru Purnima 2025 की तिथि और मुहूर्त:
- त्योहार की तिथि: 10 जुलाई 2025 (गुरुवार)
- पूर्णिमा तिथि आरंभ: 10 जुलाई 2025 सुबह 03:46 बजे
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 11 जुलाई 2025 सुबह 04:59 बजे
- पूजा का शुभ मुहूर्त: प्रातः 06:00 से 12:00 बजे तक (स्थानीय पंचांग अनुसार)
गुरु पूर्णिमा का महत्व
- यह पर्व व्यास पूर्णिमा के नाम से भी प्रसिद्ध है क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। उन्होंने वेदों का संकलन किया, महाभारत और पुराणों की रचना की।
- यह दिन हमें गुरु की शक्ति और जीवन में उनके योगदान का स्मरण कराता है।
- आध्यात्मिक दृष्टि से, यह दिन आत्मज्ञान की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
- विद्यार्थी, साधक, और योगी इस दिन गुरु की कृपा प्राप्त करने हेतु विशेष अनुष्ठान करते हैं।
गुरु का अर्थ, गुरु कौन होता है?
“गु” का अर्थ है अंधकार और “रु” का अर्थ है प्रकाश।
गुरु वह है जो अज्ञान के अंधकार को हटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाता है।
जीवन के हर क्षेत्र में – शिक्षा, आध्यात्म, कला, विज्ञान – गुरु की आवश्यकता होती है।
कैसे मनाएं Guru Purnima 2025
- अपने गुरु को प्रणाम करें, यदि संभव हो तो उनके दर्शन करें
- गुरुदेव का पाद पूजन, फूल अर्पण, और आरती करें
- आध्यात्मिक ग्रंथ पढ़ें जैसे भगवद गीता, उपनिषद, रामायण
- सद्गुरु की वाणी का श्रवण करें – सत्संग, प्रवचन, या ऑनलाइन दर्शन
- गरीबों को अन्न, वस्त्र या दान दें – यह गुरु सेवा का रूप है
- यदि कोई गुरु नहीं है, तो महर्षि वेदव्यास या भगवान शिव की पूजा करें
गुरु पूर्णिमा और आधुनिक जीवन:
- आज के डिजिटल युग में भी गुरु का स्थान सर्वोपरि है।
- शिक्षक, कोच, मेंटॉर, या मोटिवेशनल स्पीकर – सभी गुरु रूप हैं।
- कई लोग अपने जीवन में शिव को आदि गुरु मानते हैं, तो कई सद्गुरु, ओशो, रामकृष्ण परमहंस जैसे गुरुओं को मानते हैं।
- सोशल मीडिया पर कई लोग इस दिन अपने गुरु के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
Guru Purnima 2025: Khushiyan aur Safalta Paane ke 11 Best Upay
Guru Purnima भारतीय संस्कृति का एक पावन पर्व है जो ज्ञान, कृतज्ञता और आत्मिक विकास को समर्पित है। यह दिन अपने जीवन में आये गुरुओं को याद करने, उन्हें धन्यवाद देने और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का है।
इस लेख में दिए गए ये 11 उपाय आपके जीवन में positivity, peace aur prosperity लाने में सहायक होंगे।
Guru Purnima ke 11 Practical aur Shubh Upay
1. Apne Guru ka Aashirvaad lein
Teachers, Parents ya Spiritual Guru se milकर उनका आशीर्वाद लें।
Agar वे अब इस संसार में नहीं हैं, तो unka dhyan करके flower अर्पित करें।
2. Guru Mantra का जाप करें
“ॐ गुरवे नमः” या “Guru Brahma Guru Vishnu…” जैसे mantras का 108 बार chant करें।
यह आपकी energy को cleanse करता है और focus बढ़ाता है।
3. Donation करें – Ann, Vastra, Dakshina
इस दिन किसी teacher, ब्राह्मण या needy व्यक्ति को food, clothes या cash donation करें।
Ye karm aapke good karma balance को बढ़ाता है।
4. Cow ko feed करें
गाय को रोटी, हरा चारा या गुड़ खिलाना एक शुभ कर्म है।
Ye act aapke family life aur finances में balance लाता है।
5. Yellow fruits offer करें
Guru ko केला, आम जैसे peele फल अर्पित करें।
प्रसाद के रूप में बाद में उसे खुद भी ग्रहण करें।
6. Apne andar Shishya Bhav jagayein
Guru ke prati ego त्यागकर gratitude aur surrender की भावना रखें।
यही सच्ची learning attitude है।
7. Yellow ya White कपड़े पहनें
Peela aur सफेद रंग इस दिन spiritual purity का प्रतीक होता है।
Isliye yeh पहनना शुभ होता है।
8. Surya ko Arghya dein
Copper vessel में जल, रोली, चावल डालकर सुबह sunrise se pehle सूर्य देव को अर्घ्य दें।
9. Books aur Stationery donate करें
Bachchon को notebooks, pens, old books देना एक श्रेष्ठ knowledge donation है।
Ye gesture आपकी intellectual growth को भी बढ़ाता है।
10. Meditation aur Self-reflection करें
कम से कम 15-30 minutes तक शांति से बैठें और अपने goals, actions aur decisions par ध्यान दें।
Ye inner clarity aur peace लाने का सबसे सरल उपाय है।
11. Spiritual Texts पढ़ें – Guru Geeta, Vivek Chudamani
Aaj ke din guru से जुड़े scriptures जैसे “Guru Gita”, “Vivek Chudamani”, ya Swami Vivekananda ke quotes पढ़ें ya सुनें।
Isse आपको deep wisdom प्राप्त होगा।
🔹 FAQs: Guru Purnima 2025
Q. गुरु पूर्णिमा 2025 कब है?
👉 10 जुलाई 2025, गुरुवार को मनाई जाएगी।
Q. गुरु पूर्णिमा क्यों मनाते हैं?
👉 अपने गुरु के प्रति सम्मान, आभार और ज्ञान प्राप्ति की भावना से।
Q. क्या यह केवल हिंदू पर्व है?
👉 नहीं, बौद्ध, जैन और आध्यात्मिक परंपराओं में भी इसे बड़े श्रद्धा से मनाया जाता है।
Q. क्या गुरु के बिना भी इसे मना सकते हैं?
👉 हाँ, आप वेदव्यास, शिव या ब्रह्म को गुरु मानकर पूजा कर सकते हैं।
🔹 निष्कर्ष: गुरु की भक्ति ही सच्चा मार्ग
“Guru Purnima” वह दिन है जब हम उन लोगों को नमन करते हैं जिन्होंने हमें जीवन जीने का मार्ग दिखाया।
चाहे वह आध्यात्मिक गुरु हो, माता-पिता, शिक्षक या कोई प्रेरणास्रोत – यह दिन उन्हें समर्पित है।
10 जुलाई 2025 को अपने गुरु को स्मरण करें और उनके मार्गदर्शन से जीवन को ऊँचाइयों तक ले जाएँ।
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